प्रिंस सैनी: करोड़ों की ठगी के आरोप में गिरफ्तारी – पूरी खबर

हाल ही में राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी प्रिंस सैनी, उनकी मंगेतर ममता भाटी और सहयोगी दिनेश बागड़ी को गिरफ्तार किया गया है। खबर के मुताबिक, इन लोगों पर करोड़ों रुपये की ठगी करने का गंभीर आरोप है। आइए जानते हैं पूरी जानकारी विस्तार से।


कौन हैं प्रिंस सैनी?

प्रिंस सैनी सोशल मीडिया पर खुद को बिज़नेस कोच और कंपनी Harvest AI Technology Pvt. Ltd. का फाउंडर बताते थे। इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर वे अक्सर खुद को सफल उद्यमी और निवेश के बड़े अवसर देने वाले व्यक्ति के रूप में पेश करते थे। उनका प्रचार-प्रसार इस तरह किया गया कि लोग आसानी से प्रभावित हो जाएं और उनके झांसे में आ जाएं।


क्या है ठगी का पूरा मामला?

पुलिस जांच के अनुसार, प्रिंस सैनी और उनकी टीम ने Harvest AI Technology Pvt. Ltd. नाम से एक फर्जी कंपनी बनाई। इस कंपनी के जरिए उन्होंने लग्जरी SUV देने का वादा किया। आरोप है कि लोगों से कहा गया कि सिर्फ 6 लाख रुपये जमा कराने पर एक नई SUV दी जाएगी

इस लालच में करीब 250 लोगों ने निवेश किया और लगभग 15 करोड़ रुपये इकट्ठे कर लिए गए। कंपनी की वेबसाइट और सोशल मीडिया पेजेज़ को प्रोफेशनल तरीके से डिज़ाइन किया गया ताकि लोगों को यह एक असली कंपनी लगे।


पहले भी जुड़े रहे हैं धोखाधड़ी से सैनी

यह पहली बार नहीं है जब प्रिंस सैनी का नाम धोखाधड़ी के मामले में सामने आया हो। खबरों के अनुसार, वे पहले भी Grow More Education Pvt. Ltd. और Tronex World जैसी कंपनियों से जुड़े विवादों में फंसे हैं।

इन कंपनियों के जरिए भी उन्होंने छात्रों और निवेशकों से पैसा लिया और बाद में वादे पूरे नहीं किए। यानी, लगातार वे अलग-अलग नाम और तरीकों से लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे थे।


कैसे हुआ पर्दाफाश प्रिंस सैनी का ?

राजस्थान पुलिस की SOG टीम को इस धोखाधड़ी की शिकायतें मिलने लगी थीं। जांच में सामने आया कि कंपनी की गतिविधियां संदिग्ध हैं और इसके पीछे ठगी का बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है।

इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्रिंस सैनी, ममता भाटी और दिनेश बागड़ी को गिरफ्तार किया। अब पुलिस इस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है ताकि सभी पीड़ितों को न्याय मिल सके और ठगे गए पैसे वापस दिलाए जा सकें।


सोशल मीडिया की सच्चाई

सोशल मीडिया पर प्रिंस सैनी खुद को एक सफल बिज़नेस कोच और ग्रोथ स्ट्रैटेजिस्ट बताते थे। उनके अकाउंट्स पर मोटिवेशनल पोस्ट और बिज़नेस टिप्स मिलते थे। लेकिन असलियत कुछ और ही निकली।

इस तरह का उदाहरण यह बताता है कि सोशल मीडिया पर दिखने वाली चमक-दमक पर भरोसा करना हमेशा सही नहीं होता।


जनता के लिए सबक (प्रिंस सैनी)

इस मामले से आम जनता के लिए कुछ बड़े सबक मिलते हैं:

  1. जल्दी अमीर बनाने वाले ऑफर्स पर विश्वास न करें।
  2. किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसकी सत्यता और रजिस्ट्रेशन की जांच ज़रूरी है।
  3. सोशल मीडिया पर दिखाए जाने वाले वादों से सावधान रहें।
  4. किसी भी योजना में पैसा लगाने से पहले कानूनी सलाह लेना सही रहता है।

निष्कर्ष

प्रिंस सैनी का मामला यह दिखाता है कि कैसे आधुनिक तकनीक और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर लोग करोड़ों की ठगी कर सकते हैं। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई अदालत के फैसले पर निर्भर करेगी।

यह घटना हमें सतर्क रहने और बिना जांचे-परखे निवेश से बचने की चेतावनी देती है।

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